कोरोना का आतंक जैसे जैसे बढ़ रहा है, हमारी सोच भी उतनी ही नकारात्मक होती चली जा रही है। घरों में मानो तन ही नहीं मन भी क़ैद सा हो गया है। तो अब इस सोच को सकारात्मक कैसे बनाया जाये? आइये सुनते हैं इस एपिसोड में इंदिरा और नेहा के साथ।
कोरोना का आतंक जैसे जैसे बढ़ रहा है, हमारी सोच भी उतनी ही नकारात्मक होती चली जा रही है। घरों में मानो तन ही नहीं मन भी क़ैद सा हो गया है। तो अब इस सोच को सकारात्मक कैसे बनाया जाये? आइये सुनते हैं इस एपिसोड में इंदिरा और नेहा के साथ।